Quest for Infinity
Monday, July 6, 2015
तुम मेरी अंतिम कविता
नियति की विस्मृत रेखाओं में ,
खोई तुम मेरी अद्भुत रचना ,
काल बोध के पूर्व सृजित ,
तुम मेरी अंतिम कविता।
1 comment:
अनुपमा पाठक
said...
Beautiful!
July 6, 2015 at 8:33 AM
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
1 comment:
Beautiful!
Post a Comment